
रीवा जिले के लौर थाना अंतर्गत देवतालाब बस्ती में एक किशोर ने फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली है। सूत्रों की मानें तो सुबह किशोर को रस्सी के बने फंदा में लटकता हुआ देखकर परिजनों ने डायल 100 और थाने सूचना भिजवाई थी। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। इसके बाद डेड बॉडी को लेकर पोस्टमार्टम कराने मऊगंज सिविल अस्पताल ले जाने की कोशिश शुरू की।
तभी मृतक के परिजनों ने विरोध शुरू कर दिया। कहा कि कुछ दिनों से गांव का एक युवक उसको धमका रहा था। ऐसे में प्रताड़ित होकर उसने सुसाइड कर लिया था। फिलहाल समझाइश देकर लौर पुलिस की मौजूदगी में बुधवार की दोपहर 3 बजे तक पीएम चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार की रात शुभम गुप्ता पुत्र अशोक कुमार गुप्ता (17) निवासी देवतालाब भोजन करने के बाद अपने कमरे में सो गया था। लेकिन बुधवार की सुबह जब समय पर नहीं उठा तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई चहल-पहल की आवाज नहीं आई तो खिड़की से परिजनों ने देखा, पर्दा हटाया तो वह फांसी के फंदे से लटक रहा है। ऐसे में दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किए। फिर फंदे की रस्सी को काट कर नीचे उतारा गया। लेकिन तब तक उसकी सांसे थम चुकी थी। आनन फानन में खुदखुशी की सूचना लौर पुलिस को दी। जानकारी के बाद थाना प्रभारी मनोज गौतम मौके पर पहुंच गए।
आरोप- अनिल गुप्ता ने धमकाया था
पुलिस के सामने मृतक के परिजनों ने विरोध शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि गांव के ही अनिल गुप्ता ने उसको मारने पीटने की धमकी दी थी। मृतक से अनिल कहता था कि तुम हमारी पत्नी को भिड़का दिए हो। पता नहीं कौन से बात बता दिए हो।
जिससे मेरे घर में बिघटन है। इन्हीं बातों से प्रताड़ित होकर शुभम ने सुसाइड कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाइश दी है। कहा कि हम पूरे मामले की जांच करेंगे। अगर किसी की भूमिका सामने आएगी तो कार्रवाई होगी।