Satna Crime News: ससुर की हत्या के आरोप में बहू गिरफ्तार, ससुर की नीयत खराब होने पर बहू ने लकड़ी से पीट-पीटकर मार डाला, सतना जिले के कोटर की घटना

सतना, सतना। कोटर थाना इलाके के सेमरी में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 60 वर्षीय चंद्रभान द्विवेदी की हत्या का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया है। । हत्या किसी चोर-लुटेरे ने नहीं बल्कि उसकी बहू ने की थी। आरोपी बहू नेहा द्विवेदी (26) ने दरवाजे में फसाने वाली मोटी लकड़ी (अड़गा) से पीट-पीटकर ससुर को मौत के घाट उतार दिया था। एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि महिला ने पूछताथ मैं बताया कि ससुर की नीयत खराब थी हत्या वाली रात वह हाथ पकड़कर बिस्तर की तरफ घसीट रहा था। खुद के बचाव के लिए ससुर पर लकड़ी से हमला कर दिया। महिला ने ससुर की हत्या के बाद घटनार में को हत्या और लूट की वारदात बनाने चोरी होने की झूठी

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कहानी पुलिस को सुनाई थी। हत्या के बाद चोरी का रंगः एसपी ने बताया, 3 जून को चंद्रभान का खून से लथपथ शव बिस्तर में मिला था। उसके सिर, चेहरे व दाहिने हाथ की नाडी में चोट थी। काफी खून भी निकल चुका था। घटनास्थल को देखने पर काफी चीजें संदेहास्पद थीं। जैसे कोई भी वस्तु अस्त व्यस्त नहीं थी। केवल एक पेटी के ताले को तो कर नहीं बल्कि चाभी से खोलकर (जो वृद्ध के जनेऊ में बंधी होती थी) चोरी जैसी वारदात का रंग दिया गया था। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा घटना को चोरी का रूप देकर वृद्ध की हत्या कर दी गई है। वारदात के खुलासे के लिए पुलिस टीमें काम पर लगाई गई। दो दिन के अंदर हत्या की गुत्थी सुलझाने पर एसपी ने टीम की पीठ थपथपाते हुए दस हजार के ईनाम की घोषणा की। 

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इस तरह पकड़ा गया बहू का झूठ

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थाना प्रभारी रविंद्र द्विवेदी ने एफएसएल टीम के साथ मौके पर छानबीन के दौरान देखा कि वृद्ध जहां • सोता था उससे 20 फीट की दूरी पर छोटी बहू नेहा अपने डेढ साल के बच्चे के साथ सोई हुई थी। सुबह उठी तो ससुर को बिस्तर पर खून से लथपथ मरा देख जेठ सतीश द्विवेदी को बताया। पुलिस को यह भी बताया कि ओसारी का बाहर निकलने वाले दरवाजे में सांकल नहीं लगी थी। मुआयने के दौरान छोटी बहू के दरवाजे के पर्दे पर (जो ससुर के बेड से 12 फीट पर है) भी खून का एक बड़ा धब्बा लगा था। बहू के पर्दे पर खून का मतलब था कि अज्ञात हत्यारा उसके कमरे तक आया था, लेकिन बहू इससे अंजान बनी रही। एसपी गुप्ता ने बताया कि बहुत ही हैरानी की बात थी कि घटनास्थल के इतने करीब होते हुए भी बहू नेहा को कोई भी आवाज सुनाई नहीं दी। पूछताछ में पहले बोली थी कि उसके कमरे में कूलर चल रहा था, उसने कोई आवाज नहीं सुनी। आरोपी बहू ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया था कि चोरों ने एक पेटी के अंदर से 40 हजार की चोरी की है, जबकि गांव में पुलिस ने पता लगाया कि पेटी में रुपए नहीं थे। ससुर ने 20 हजार समिति में जमा कर दिया था। 12 हजार किराने का उधार चुकता दिया और 6 हजार का डीजल खरीद लिया था। इन तथ्यों के कारण पुलिस की शक की सुई छोटी बहू नेहा की ओर घूम गई। 

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क्या हुआ था उस रात

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आरोपी नेहा से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर वह टूट गई। जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि ससुर उस पर गलत निगाह रखता था। इससे काफी परेशान रहती थी, लेकिन मान मर्यादा के कारण यह बात किसी से बताई नहीं थी। पति मनीष मुंबई में रहता है। सांस और जेठानी एक दिन पहले अपने-अपने मायके चली गईं थीं, तो ससुर मौके की ताक में था। नेहा ने बताया कि शनिवार तड़कें करीब 4 बजे मैं अपने कमरे से निस्तार के लिए बाहर गई थी। जैसे कमरे के अंदर आई तो मेरा ससुर जग रहा था। वह मेरा हाथ पकडकर चारपाई की ओर खींचने लगा। तब मैंने उसे झटककर कमरे में रखा अड़गा (लकड़ी का मोटा डंडा) उठाकर ससुर के चेहरे पर

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मार दिया। उसकी नाक से खून निकलने लगा और वह बिस्तर पर गिर गए। उसके बाद तब तक मारती रही जब तक ऐह मर नहीं गए। ससुर की हत्या के बाद हाथ और लकड़ी में खून लगा था। लकड़ी को साफ कर उसे छिपा दिया। फिर ससुर का जनेऊ काटकर उसमें बंधी चाबी चाकू से काटकर निकाला और स्टोर रूम में रखी पेटी खोलकर सामान अस्त व्यस्त कर दिया, ताकि लोग समझें कि चोरी करते समय ससुर के जग जाने के कारण बदमाशों ने हत्या कर दी है। पुलिस ने बताया कि नेहा ने लकड़ी का अड़गा बाथरूम तरफ बाड़ी में फेंक दिया था। चाबी घर के पक्के मकान के रोशनदान व साड़ी रैंक में छिपा दी थी। पुलिस ने सामान जब्त कर लिया है।

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