
भोपाल. देश की सबसे तेज ट्रेन को प्रदेश में चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। वंदे भारत ट्रेन को चलाने के लिए पश्चिम मध्य रेल मंडल में नए रूट की तलाश की जाने लगी है। इसमें खास यह है कि इस ट्रेन को भोपाल और रानी कमलापति सहित मंडल के उन स्टेशनों से गुजारा जाएगा, जहाँ अत्यधिक भीडभाड़ रहती है। इसके लिए रेल मंत्रालय ने सभी डीआरएम को सर्कुलर जारी कर व्यस्ततम रूट यात्रियों की संख्या और संसाधनों की जानकारी मांगी है। देश के मध्य में मौजूद भोपाल और रानी कमलापति स्टेशन से ट्रेन को चारों दिशाओं में गुजारने की योजना है, क्योंकि यहां यात्रियों की अच्छी संख्या के साथ संसाधन भी बेहतर हैं।
जुटाए जा रहे संसाधन
भोपाल और रानी कमलापति स्टेशनों पर यात्रियों की अच्छी संख्या रहती है। रानी कमलापति स्टेशन के उद्घाटन पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी यहां से जल्द ही वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की बात कही थी। डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय के मुताबिक वंदे भारत ट्रेन पर केंद्र की मंशानुसार जरूरी संसाधन जुटाए जा रहे हैं। रूट का चयन रेलवे बोर्ड करेगा।
मंडल का बढ़ाया बजट
केंद्रीय रेल बजट में मंडल को वर्ष 2023-24 के लिए 13,607 करोड़ आवंटित किए गए हैं। इससे भोपाल मंडल के 15 स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। बड़े रेलवे स्टेशन को रानी कमलापति की तर्ज पर बनाने की योजना है।
200 किमी प्रति घंटा स्पीड करने की योजना
वंदे भारत ट्रेन भारत की सबसे तेज ट्रेन है। यह महज 52 सेकंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ लेती है। ट्रेन वातानुकूलित हैं और उनमें स्वचालित दरवाजे हैं। ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है। ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट हैं। इसमें पावर बैकअप की भी सुविधा है। यह ट्रेन सुरक्षा कवच से लैस है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस में 2 कोच ऐसे हैं, जिनसे पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी। इसमें पुश बटन की सुविधा दी गई है। किसी भी आपात स्थिति में ट्रेन को एक बटन दबाकर रोका जा सकता है।