
रीवा जिले के प्रसिद्ध मऊगंज बस स्टैंड हत्याकांड के फरार मुख्य आरोपी प्रिंस गुप्ता के घर पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है. सूत्रों का दावा है कि आरोपी 12 दिनों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। वहीं परिजन भी सहयोग नहीं कर रहे थे। ऐसे में मऊगंज का स्थानीय प्रशासन शनिवार दोपहर लश्कर को लेकर पहुंचा।
जहां दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अवैध निर्माण वाले हिस्से को तोड़ा गया है. इस कार्रवाई में मौगंज एसडीएम एपी द्विवेदी, मऊगंज एसडीओपी नवीन दुबे, मऊगंज तहसीलदार रत्नरशी पांडे, मऊगंज थाना प्रभारी निरीक्षक श्वेता मौर्य, मऊगंज मुख्य नगर अधिकारी महेश पटेल और उनकी टीम मौके पर मौजूद थी.
आपको बता दें कि छोटे लाल गुप्ता उर्फ पोक्का की 1 नवंबर की रात करीब 11 बजे बस स्टैंड पर हत्या कर दी गई थी. जिसमें तीन आरोपित विकास कुमार गुप्ता उर्फ विक्कू पुत्र हरिश्चंद्र 27 वर्ष निवासी मऊगंज, अश्विनीधर द्विवेदी उर्फ बंटी पुत्र शैलेंद्रधर द्विवेदी 19 वर्ष निवासी खटखरी, शुभम सेन उर्फ छोटू पुत्र गंगा प्रसाद 25 वर्ष को गिरफ्तार किया गया है.
जबकि प्रिंस गुप्ता और विजय मिश्रा फरार थे। जिसमें प्रिंस गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता हैं। 10 दिनों से पुलिस की कई टीमें सक्रियता से तलाश कर रही थीं। सफलता नहीं मिलने पर रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प व एसपी नवनीत भसीन ने फरार आरोपित पर शिकंजा कसते हुए प्रिंस गुप्ता के बस स्टैंड पर जेसीबी से घर तोड़ा.