
रीवा जिले के सिरमौर थाना अंतर्गत पडरी डोल गांव में मिस्त्री के हाथ काटने के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। पुलिस ने सभी आरोपियों को सिरमौर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। वहीं दूसरी तरफ संजय गांधी स्मृति हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने 5 घंटे तक ऑपरेशन किया है। ऑपरेशन करने वाली टीम में 8 डॉक्टर्स शामिल रहे।
सर्जरी के बाद मरीज को 48 घंटे तक आब्जर्वेशन में रखा गया है। हाथ कटने से अत्यधिक खून बह जाने से चार यूनिट रक्त अब तक चढ़ाया गया है। हालांकि की मरीज अभी सुरक्षित है। वहीं हाथ जोड़ दिया गया है। लेकिन पांच दिन बाद यदि हाथ में हरकत होती है तो ऑपरेशन सफल माना जाएगा।
सिरमौर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक आरपी पाण्डेय ने बताया कि शनिवार की दोपहर 12 बजे के करीब पडरी निवासी अशोक साकेत (34) और सतेन्द्र साकेत (36) डोल निवासी गणेश मिश्रा के नवनिर्मित घर का हिसाब किताब कराने गए थे। हालांकि मकान में अभी छत नहीं पड़ी है। खेत में अभी झोपड़ी बनाकर गणेश मिश्रा का एक मजदूर रहता था। जो घटना के समय नहीं था। वारदात के समय गणेश मिश्रा अपने मिस्त्री अशोक साकेत और उसके साथी सतेन्द्र साकेत से बहसबाजी चल रही थी।

कटा हुआ हाथ ऑपरेशन के बाद
30×10 के कमरे की ज्यादा मांग रहे थे मजदूरी
पुलिस को आरोपी ने बताया है कि 30×10 के कमरे की फरियादी ज्यादा मजदूरी मांग रहे थे। वह करीब 10 हजार रुपए दे चुका था। जबकि 5 हजार के आसपास पैसे बाकी था। लेकिन 8 पिलर का पहले रेट 25 रुपए तय था। बाद में मिस्त्री 30 रुपए के आसपास मांगने लगा था। इस तरह बीम की लंबाई 30 फिट थी। ऐसे में 20 रुपए रेट की जगह 25 रुपए मांगे जा रहे। विवाद से पहले आरोपी ने किसी अन्य मिस्त्री से रेट पूछा तो वह भी गलत बता रहा था। इसी बात से आरोपी भड़क गया।
खाट के नीचे रखी थी तलवार
कहा जाता है कि बहसबाजी के दौरान गणेश मिश्रा आक्रोशित होकर झोपड़ी में रखी खाट के पास गया। जहां उसके नीचे रखी तलवार निकाली और अशोक के सिर में छोड़ दी। तलवार के हमले से बचने के लिए अशोक ने हाथ लगा दिया। जिससे हाथ कटकर गिर गया। साथ ही वही तलवार कान काटती हुई नीचे की ओर आई। जिससे कंधा भी जख्ती हो गया।
अशोक को लेकर थाने पहुंचा था सतेन्द्र
वारदात के बाद घटनास्थल से अशोक को लेकर सतेन्द्र थाने पहुंचा था। जहां अशोक की हालत को देखकर पुलिस हरकत में आ गई थी। तुरंत एक टीम अशोक को लेकर संजय गांधी अस्पताल पहुंची। जबकि दूसरी टीम गांव पहुंचकर कट हाथ को सर्च की। कटा हाथ मिलते ही एसजीएमएच भेजवाया गया। साथ ही जिले के आला अधिकारियों को सूचना देकर साइबर सेल को सक्रिय कर दिया गया।
वारदात के बाद भाईयों की भूमिका
गणेश मिश्रा अपने हाथ से वारदात करने के बाद सबसे पहले अपने चचेरे भाई कृष्णकुमार मिश्रा को फोन किया। उसने वारदात का किस्सा बताते हुए बाइक व कपड़ा रोड के पास मंगलवाए। कुछ देर बाद चचेरा भाई तय स्थान पर पहुंचा था। जबकि गणेश ने अपने छोटे भाई रत्नेश मिश्रा को फोन कर घटनास्थल में पड़े हाथ को छिपाने और खून को मिटाने के लिए कहा था।
जा रहा था कोठी, सेमरिया से पहले गिरफ्तार
घटना के बाद एसपी नवनीत भसीन ने सिरमौर एसडीओपी पीएस परस्ते को तुरंत आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए। ऐसे में बैकुंठपुर थाना प्रभारी अभिषेक खरे, सेमरिया थाना प्रभारी अशोक गर्ग, सिरमौर थाना प्रभारी आरपी पाण्डेय व सगरा थाना प्रभारी ऋषभ बघेल को चारो तरफ दौड़ा दिया। साथ ही साइबर सेल की मदद से पूरे जिले की घेराबंदी कर दी। इसी बीच आरोपी गणेश मिश्रा सतना जिले की कोठी स्थित मामा के घर जा रहा था। लेकिन सेमरिया पहुंचने से पहले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि सहयोगी भाई गांव से पकड़ लिए गए।